Saturday, 19 March 2016
उड़न तश्तरी की सच्चाई-The truth of the flying saucer In Hindi
उड़न तश्तरी आकाश में उड़ती किसी अज्ञात उड़ती वस्तु ( यूएफओ (UFO) ) को
कहा जाता है। इन अज्ञात उड़ती वस्तुओं का आकार किसी डिस्क या तश्तरी के
समान होता है या ऐसा दिखाई देता है, जिस कारण इन्हें उड़न तश्तरीयों का नाम
मिला। कई चश्मदीद गवाहों के अनुसार इन अज्ञात उड़ती वस्तुओं के बाहरी आवरण
पर तेज़ प्रकाश होता है और ये या तो अकेले घुमते हैं या एक प्रकार से
लयबद्ध होकर और इनमें बहुत गतिशीलता होती है। ये उड़न तश्तरीयाँ बहुत छोटे
से लेकर बहुत विशाल आकार तक हो सकतीं हैं।
उड़न तश्तरी शब्द १९४० के दशक में निर्मित किया गया था और ऐसी वस्तुओं को दर्शाने या बताने के लिए प्रयुक्त किया गया था जिनके उस दशक में बहुतायत में देखे जानें के मामले प्रकाश में आए। तब से लिकर अब तक इन अज्ञात वस्तुओं के रंग-रूप में बहुत परिवर्तन आया है लेकिन उड़न तश्तरी शब्द अभी भी प्रयोग मेंहै
तकरीबन 42 साल पहले अमेरिका के आकाश में पेंसिलवेनिया राज्य पीट्सबर्ग से 40 मील दूर दक्षिण पूर्व में केक्सबर्ग के जंगलों के उपर एक अनजानी चीज काफी देर तक मंडराती रही। जिसने इसे देखा वो देखता ही रह गया। लेकिन देखते देखते ये अनजानी चीज आग की लपटों से घिर गई
फिर इसमें एक भयंकर विस्फोट हुआ। आसपास का इलाका हिल उठा। इस घटना के तुरंत बाद इस इलाके को घेर लिया गया। और किसी को भी वहीं जाने नहीं दिया गया।
किसी की कुछ समझ में नहीं आया कि वो चीज क्या थी। बाद में उड़न तश्तरी की थ्योरी सामने आई। लेकिन अमेरिकी सरकार इस पर चुप्पी साधे रही। बेशक अमेरिकी एयर फोर्स ने इसे उल्का पिंड करार दिया लेकिन लोगों को अमेरिकी एयर पोर्स की इस बात पर भरोसा नहीं हुआ।
क्योंकि जो लोग इस घटना के चश्मदीद थे उनका कहना था कि विस्फोट के बाद एक ट्रक से किसी बड़ी चीज को ढो कर ले जाया गया। जाहिर ये अल्का पिंड नहीं हो सकता। जरुर कुछ ऐसा था जिसे सरकार और नासा के वैज्ञानिक छिपाना चाहते थे।
जब सरकार इस पर लंबे वक्त तक चुप्पी साधी रहीतो न्यूयार्क की एक पत्रकार लेजली केयन ने इस बारे में लोगों को और बताने के लिए चार साल पहले नासा पर मुकदमा कर दिया।
वैसे तो नासा ने कई दलीलें दी। लेकिन जज भी नासा की दलीलों से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने नासा की उस अपील को ठुकरा दिया जिसमें नासा ने इस केस को खत्म करने की गुहारकी थी।
जबकि कहीं से कोई चारा नजर नहीं आया तो अब नासा ने मान लिया है कि वो इस मुद्दे पर और खोजबीन करेगा और सच्चाई को सबके सामने जाहिरकर दिया जाएगा। यानी अब उड़न तश्तरी की सच्चाई से पर्दा उठने ही वाला है।
इसके साथ ही हम आपको ये भी बता दें कि हाल ही में रुस ने प्राब्दा एजेंसी के हवाले से कहा था कि अमेरिका जब चांद पर पहुंचा तो उसका सामना वहां एलिएंस से हुआ था। प्राब्दा के हवाले से ये भी कहा गया था कि अमेरिका एलियंसऔर उड़नतश्तरी जैसे मामलों पर लगातार पर्दा डालता रहा है।
लेकिन अब जब नासा ने इस पर रौशनी डालने की बात कही है तो दुनिया भर में उड़नतश्तरी पर यकींन करने वाले लोग इस सच को जानने के लिए बेताब हो गए हैं।
रूस के इतिहास में 1989 का साल काफी दिलचस्प रहा है। इस साल यहां कई बार यूएफओ देखे जाने की खबर मिली थी। सबसे पहले 14 अप्रैल के दिन चेरेपोवेस्क के इवान वेसेलोवा ने बहुत बड़ा यूएफओ देखने का दावा किया। फिर 6 जून के दिन कोनेंटसेवो में बहुत से बच्चों ने ऐसा दावा किया। 11 जून के दिन वोलागडा की एक महिला ने 17 मिनट तक उड़न तश्तरी देखने की बात कही। एकऔर मामले में करीब 500 लोगों ने ऐसा दावा किया। सबसे ज्यादा रोमांचक किस्सा 17 सितंबर 1989 का है। इस दिन वोरोनेज़ के एक पार्क में बच्चे खेल रहे थे। ऐसे में बहुत बड़ा लाल रंग का अंडाकार यान उतरा था। देखते ही देखते वहां बहुत से लोग जमा हो गए। कुछ देरबाद यान में से दो एलियन निकले। एक करीब 12 से 14 फीट लंबा था और उसकी तीन आंखें थीं। दूसरा रोबोट जैसा लग रहा था। बच्चे उसे देखकरचीखने लगे तो उसने एक बच्चे पर लाइट की बीम छोड़ी और बच्च लकवे जैसी स्थिति में पहुंच गया। उस जगह की रिसर्च करने पर वहां मिट्टी में रेडिएशन के निशान मिले। वहां फॉस्फोरस की मात्रा ज्यादा पाई गई। वैज्ञानिकों के अनुसार यूएफओ का वजन कई टन था।

एक चीनी खगोलशास्त्री ने भविष्यवाणी की है कि 2012 में उड़न तश्तरियां (यूएफओ) दिखाई दे सकती हैं। चाइना डेली ने खबर दी है कि खगोल विज्ञान और छोटे ग्रहों के विद्वान, वांग सिचाओ ने यूएफओ के बारे में हाल के गरमागरम कयासों के तहत अनुमान लगाया है कि चीन के कई क्षेत्रों- झेजियांग, हनान, चोंगकिंग और सिनजियांग में पिछले महीने से कुछ उड़ती हुई अज्ञात वस्तुएं दिखाई दी हैं।
जुलाई के शुरू में झेजियांग की राजधानी हांगझोऊ में एक यूएफओ दिखाई दिया था, जिसके कारण पूर्वी चीन के आसमान में एक घंटेतक हवाई यातायात ठप रहा। कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यूएफओ कोई निजी विमान हो सकता है, क्योंकि निजी विमानों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन ब्रह्मांड संबंधी ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग ने इस वर्ष अप्रैल महीने में एलियंस के बारे में दावा किया था। उन्होंने कहा था, ‘किसी एलियन से मुकाबला होने का मनुष्य और पृथ्वी के लिए बुरा परिणाम हो सकता है, ऐसा देखा गया है।’ लेकिन वांग ने कहा कि इस बारे में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना बहुत जल्दबाजी होगी।
उड़न तश्तरी शब्द १९४० के दशक में निर्मित किया गया था और ऐसी वस्तुओं को दर्शाने या बताने के लिए प्रयुक्त किया गया था जिनके उस दशक में बहुतायत में देखे जानें के मामले प्रकाश में आए। तब से लिकर अब तक इन अज्ञात वस्तुओं के रंग-रूप में बहुत परिवर्तन आया है लेकिन उड़न तश्तरी शब्द अभी भी प्रयोग मेंहै
तकरीबन 42 साल पहले अमेरिका के आकाश में पेंसिलवेनिया राज्य पीट्सबर्ग से 40 मील दूर दक्षिण पूर्व में केक्सबर्ग के जंगलों के उपर एक अनजानी चीज काफी देर तक मंडराती रही। जिसने इसे देखा वो देखता ही रह गया। लेकिन देखते देखते ये अनजानी चीज आग की लपटों से घिर गई
फिर इसमें एक भयंकर विस्फोट हुआ। आसपास का इलाका हिल उठा। इस घटना के तुरंत बाद इस इलाके को घेर लिया गया। और किसी को भी वहीं जाने नहीं दिया गया।
किसी की कुछ समझ में नहीं आया कि वो चीज क्या थी। बाद में उड़न तश्तरी की थ्योरी सामने आई। लेकिन अमेरिकी सरकार इस पर चुप्पी साधे रही। बेशक अमेरिकी एयर फोर्स ने इसे उल्का पिंड करार दिया लेकिन लोगों को अमेरिकी एयर पोर्स की इस बात पर भरोसा नहीं हुआ।
क्योंकि जो लोग इस घटना के चश्मदीद थे उनका कहना था कि विस्फोट के बाद एक ट्रक से किसी बड़ी चीज को ढो कर ले जाया गया। जाहिर ये अल्का पिंड नहीं हो सकता। जरुर कुछ ऐसा था जिसे सरकार और नासा के वैज्ञानिक छिपाना चाहते थे।
जब सरकार इस पर लंबे वक्त तक चुप्पी साधी रहीतो न्यूयार्क की एक पत्रकार लेजली केयन ने इस बारे में लोगों को और बताने के लिए चार साल पहले नासा पर मुकदमा कर दिया।
वैसे तो नासा ने कई दलीलें दी। लेकिन जज भी नासा की दलीलों से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने नासा की उस अपील को ठुकरा दिया जिसमें नासा ने इस केस को खत्म करने की गुहारकी थी।
जबकि कहीं से कोई चारा नजर नहीं आया तो अब नासा ने मान लिया है कि वो इस मुद्दे पर और खोजबीन करेगा और सच्चाई को सबके सामने जाहिरकर दिया जाएगा। यानी अब उड़न तश्तरी की सच्चाई से पर्दा उठने ही वाला है।
इसके साथ ही हम आपको ये भी बता दें कि हाल ही में रुस ने प्राब्दा एजेंसी के हवाले से कहा था कि अमेरिका जब चांद पर पहुंचा तो उसका सामना वहां एलिएंस से हुआ था। प्राब्दा के हवाले से ये भी कहा गया था कि अमेरिका एलियंसऔर उड़नतश्तरी जैसे मामलों पर लगातार पर्दा डालता रहा है।
लेकिन अब जब नासा ने इस पर रौशनी डालने की बात कही है तो दुनिया भर में उड़नतश्तरी पर यकींन करने वाले लोग इस सच को जानने के लिए बेताब हो गए हैं।
रूस के इतिहास में 1989 का साल काफी दिलचस्प रहा है। इस साल यहां कई बार यूएफओ देखे जाने की खबर मिली थी। सबसे पहले 14 अप्रैल के दिन चेरेपोवेस्क के इवान वेसेलोवा ने बहुत बड़ा यूएफओ देखने का दावा किया। फिर 6 जून के दिन कोनेंटसेवो में बहुत से बच्चों ने ऐसा दावा किया। 11 जून के दिन वोलागडा की एक महिला ने 17 मिनट तक उड़न तश्तरी देखने की बात कही। एकऔर मामले में करीब 500 लोगों ने ऐसा दावा किया। सबसे ज्यादा रोमांचक किस्सा 17 सितंबर 1989 का है। इस दिन वोरोनेज़ के एक पार्क में बच्चे खेल रहे थे। ऐसे में बहुत बड़ा लाल रंग का अंडाकार यान उतरा था। देखते ही देखते वहां बहुत से लोग जमा हो गए। कुछ देरबाद यान में से दो एलियन निकले। एक करीब 12 से 14 फीट लंबा था और उसकी तीन आंखें थीं। दूसरा रोबोट जैसा लग रहा था। बच्चे उसे देखकरचीखने लगे तो उसने एक बच्चे पर लाइट की बीम छोड़ी और बच्च लकवे जैसी स्थिति में पहुंच गया। उस जगह की रिसर्च करने पर वहां मिट्टी में रेडिएशन के निशान मिले। वहां फॉस्फोरस की मात्रा ज्यादा पाई गई। वैज्ञानिकों के अनुसार यूएफओ का वजन कई टन था।
एक चीनी खगोलशास्त्री ने भविष्यवाणी की है कि 2012 में उड़न तश्तरियां (यूएफओ) दिखाई दे सकती हैं। चाइना डेली ने खबर दी है कि खगोल विज्ञान और छोटे ग्रहों के विद्वान, वांग सिचाओ ने यूएफओ के बारे में हाल के गरमागरम कयासों के तहत अनुमान लगाया है कि चीन के कई क्षेत्रों- झेजियांग, हनान, चोंगकिंग और सिनजियांग में पिछले महीने से कुछ उड़ती हुई अज्ञात वस्तुएं दिखाई दी हैं।
जुलाई के शुरू में झेजियांग की राजधानी हांगझोऊ में एक यूएफओ दिखाई दिया था, जिसके कारण पूर्वी चीन के आसमान में एक घंटेतक हवाई यातायात ठप रहा। कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि यूएफओ कोई निजी विमान हो सकता है, क्योंकि निजी विमानों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन ब्रह्मांड संबंधी ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग ने इस वर्ष अप्रैल महीने में एलियंस के बारे में दावा किया था। उन्होंने कहा था, ‘किसी एलियन से मुकाबला होने का मनुष्य और पृथ्वी के लिए बुरा परिणाम हो सकता है, ऐसा देखा गया है।’ लेकिन वांग ने कहा कि इस बारे में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना बहुत जल्दबाजी होगी।
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