Saturday, 19 March 2016
ब्रेन फिंगरप्रिंटिंग – Brain Fingerprinting in Hindi
मस्तिष्क की भाषा विद्युत तरंगे (एक्शन पोटेंशियल) कहीं जा सकती हैं। विद्युत तरंगों के माध्यम से मस्तिष्क शरीर के उन विभिन्न भागों से संदेश प्राप्त करता है, निर्देश देता है जिनसे शरीर के विभिन्न अंगों के कार्य नियंत्रित होते हैं। स्नायुओं का आपस में सम्पर्क भी विद्युत तरंगों के माध्यम से होता है जिससे ये आपस में संदेशों का आदान-प्रदान करती हैं। परिणामस्वरूप मस्तिष्क के कार्य संतुलन-सामंजस्य बना रहता है। मस्तिक की विद्युत तरंगों को रिकॉर्ड किया जा सकता है। ये रिकॉर्ड इलेक्ट्रो के इन्फलोग्राम या ई. ई. जी. कहलाते हैं। ई. ई. जी. में सोते, जागते तथा विभिन्न कार्य करते समय भिन्न-भिन्न बदलाव होते हैं।
जैसा कि नाम से साफ है, ये टेस्ट झूठ पकड़ने के लिए किया जाता है। इसमें सांस, दिल की धड़कन, नाड़ी और ब्लड प्रेशर नापने के लिए शरीर में कई जगह रबर अप्रेटस लगाए जाते हैं। इनके तार पॉलीग्राफ मशीन से जुड़े होते हैं, जिसमें सवाल-जवाब के दौरान ग्राफ बनता है। अंगुलियों की नोक पर हल्का करंट लगाकर गैल्वनिक स्किन रिफ्लेक्स (जीएसआर) भी नोट किया जाता है। इस टेस्ट में कोई ड्रग नहीं दी जाती।
इसमे दो तरह के टेस्ट किये जाते है.
नारको एनालिसिस टेस्ट
ब्रेन मैपिंग टेस्ट
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